कृष्णविद्या

इदं तु ते गुह्यतमं प्रवक्ष्यामनसूयवे।

ज्ञानं विज्ञानसहितं यज्ज्ञानसहितं मोक्ष्यसेऽश्रुभात्।।

श्री भगवान ने कहा------ हे अर्जुन! चूंकि तुम मुझसे कभी ईर्ष्या नहीं करते, इसलिए मैं तुम्हें यह परम गोहिया ज्ञान तथा अनुभूति बताऊंगा जिसे जानकर तुम संसार के सारे क्लेशों से मुक्त हो जाओगे। श्री गीता जी ९(१)....



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